Star Bharat Radha krishn episode : 4 August, 2020. Radha Krishn - Krishn-Arjun Gatha, Arjun Reveals The True S2 - E17 - 4Aug. full episode in Hindi.
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आज के episode मे दीखाया जायेगा की पांचाली के विवाह आयोजन के साथ संपन्न होता है. उसी पर सारे राजा क्षत्रिय होते हैं वह उठते हैं और लड़ने को तैयार हो जाते हैं. तब Krishna रोकते हैं और कहते हैं कि सभी लोग रुक जाइए था. अन्यथा वासुदेव Krishna का हस्तशेप अनिवार्य हो जायेगा.
यहां तक कि दुर्योधन को भी सुनाते हुए Krishna कहते हैं कि तुम्हे रुक जाना चाहिए. मैं भूल जाऊंगा कि तुम मेरे सगे संबंधी हो. तब अंगराज कर्ण वहां पर आ जाते हो कहते हैं कि यहां से प्रस्थान करना ही सबसे अच्छा रहेगा मित्र, यहां से चलो.
तब दुर्योधन कहता है की मैं इन पांचों ब्राह्मणों को छोडूंगा नहीं मैं इनको मार कर ही लौटूंगा. यहा नही तो बाहर मे इन्हें मार कर ही रहुगा. तब यह कह कर सभी लोग चले जाते है. तब पांचाली के पिता भर रोने लगते हैं और कहते हैं कि मेरी पुत्री कहां राजमहल में पड़ी तो आज एक कुटिया में जा रही है.
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बात को सुनते हुए पाचार्ली बहुत ही ज्यादा नाराज हो जाती है और कहती हो कि पिताजी आप ऐसी बात मत किया करें क्योंकि राज महल में पलना कोई बड़ी बात नहीं होती है. यह बात को सुनते हुए सभी लोग जाने लगते हैं.
इसी बीच में Krishna पाचाली ओर अर्जुन के साथ बात करते है ओर फिर राजा द्रुपद पांचाली के भाई धृष्टद्युम्न वह भी पांचाली के संग ही उनके कुटिया तक पहुंचाने को कहते है. तब Krishna कहते है की इसकी जरुरतनही है. मे पाचाली के साथ जाऊगा.
फिर Krishna चारो भाइयों को एक राथ पर और द्रौपदी और अर्जुन दुसरे रथ पर बैठाते है. उनको तब द्रोपदी रथ मे बैठने से पहले अर्जुन अपना सच बता देते हैं. वह कहते हैं कि मैं कोई ब्राह्मण कुमार नहीं हु. मे पांडु पुत्र और छत्रिय अर्जुन हु.
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यह बात को सुनते हुए द्रोपति ज्यादा हर्ष हो जाती है ओर कहते हैं कि मेरे पिता ने जिस प्रकार जिस व्यक्ति से विवाह करने के लिए सोचा था. वह आप ही है यह बात को सुनते पाचाली प्रसन्न हो जाती हैं.
दूसरी ओर बाकी के पांडव सोचते हैं कि हमे सारी की सारी बातें पांचाली को बता देनी चाहिए लेकिन पांचाली को पहले से यह सारी बातें पता होती है वह की उनके साथ मजाक करती है तब पांचाली की है बात को सुनते हुए पांचों जो चार भाई होते हैं वे बताते हैं.
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तब मेरे पति ने यह सारी की सारी बातें पहले है मुझे बतायी है. फिर Krishna द्रौपदी के संग नहीं जाते. ओर आज का episode यही पे खत्म हो जाता है. पाचो पाडंवो द्रोपदी को लेकर कुन्ती के पास आते है. फिर कुन्ती कहती है की पाचो भाईयो मिलकर बाट लो.
तब यह बात को सुनते हुए पांचाली बहुत ज्यादा नाराज हो जाती है ओर कहती है कि आने दीजिए मेरे सखा Krishna को मैं जानू कि कि मैं इस कुटिया में रहूं या अपने राज महल वापस चली जाऊ. अब देखना यह होगा कि Krishna अब क्या निर्णय लेंगे.
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