Hello guys, very Good morning all of you and radhe radhe. स्वागत हैं हमारी website radhakrishnaserial.com
जैसाकी आपने title देखते पता चल गया है की what a we going to talk about कया होने वाला है radha krishna serial
आज के episode मे दीखाया जायेगा की हम देखते है की
देवकी वासुदेव को कहते है की अब हम कही नही जा रहे हमारा पुत्र आकर हमे छोडाएगा ओर वहा से चले जाते है. फिर कन्स घनुर यज्के प्रबन्ध पुरे मथुरा को आमंत्रित करता है.
दुसरी ओर कृष्ण दीऊ को कहते है की यमुना मे उफान, आकाश मे बिजली ये सब मेरे द्वारा हो रहा है ताकी मे कन्स को सुचित करने केलिए वह बताते है की राधा को अभी पता नही है की वह मुझे बरसाना से हमेशा केलिए भेज रही है उसे पुरा सत्य नही पता किन्तु मे जानता हु उसे पुरा सत्स जानने के बाद भी वह मुझे अवश्य भेजेगी दाऊ.
दुसरी ओर कन्स दुरगम पहाडी महेन्द्र पर्वत चड कर जाता है ओर वहा पर परशुराम का आहवान करता है तभी परशुराम प्रगट होते हा ओर कन्स परशुराम से दीव्य धनुष्य की माग करता है. परशुराम क्रोधिक होकर लोट जाने को कहते है क्योकी ना तो कन्स उस धनुष्य का तीर्थ सभाल पाएगा ओर नातो वह उसका भार सभाल पाएगा. कन्स कहता है की अगर मे उसे नही उठा पाया तो आप मेरा सर अपने परशु से काट लेना फिर कन्स के सामने धनुष्य प्रगट होता है ओर परशुराम उसे लेजाने को कहते है.
दुसरी ओर राधा अपनी सखी के साथ यमुना मे नहा रही होती है, उघर कृष्ण आकर चुटकी की मा की आवाज़ निकालते है फिर ललिता की ओर बाकी सखीओ की माता ती आवाज़ निकालते है ओर सारी सखी घर चली जाती है सब चले जाने के बाद कृष्ण राधा के सामने आते है ओर राधा कहती है की अब तुम ये शरारत क्यो कर रहे हो कृष्ण कहते है की वो क्या है ना मुझे तुम्हें सताना था राधा बोलती है अच्छा!, केसे सताओगे मुझे? तो कृष्ण राधा पे पानी डालने लगते है फिर दोनो एक - दुसरे को पानी डालने लगते है.
फिर राधा कहती है चलो मुझे इस पानी से बाहर निकालो. जेसे ही कृष्ण राधा केलिए हाथ बढाते है तभी राधा कृष्ण को पानी मे खीच लेती है ओर दोनो काफी जल किडा करते है. फिर कृष्ण राधा को कहते है की ये घाट जीसमे कृष्ण राधा ने जल किडा की इसे युगो युगो तक जाना जाएगा. यदी कोई प्रेमी यहा पे जल किडा करेगे तो वह अनत काल तक एक हो जाएगे.
जैसाकी आपने title देखते पता चल गया है की what a we going to talk about कया होने वाला है radha krishna serial
आज के episode मे दीखाया जायेगा की हम देखते है की
देवकी वासुदेव को कहते है की अब हम कही नही जा रहे हमारा पुत्र आकर हमे छोडाएगा ओर वहा से चले जाते है. फिर कन्स घनुर यज्के प्रबन्ध पुरे मथुरा को आमंत्रित करता है.
दुसरी ओर कृष्ण दीऊ को कहते है की यमुना मे उफान, आकाश मे बिजली ये सब मेरे द्वारा हो रहा है ताकी मे कन्स को सुचित करने केलिए वह बताते है की राधा को अभी पता नही है की वह मुझे बरसाना से हमेशा केलिए भेज रही है उसे पुरा सत्य नही पता किन्तु मे जानता हु उसे पुरा सत्स जानने के बाद भी वह मुझे अवश्य भेजेगी दाऊ.
दुसरी ओर कन्स दुरगम पहाडी महेन्द्र पर्वत चड कर जाता है ओर वहा पर परशुराम का आहवान करता है तभी परशुराम प्रगट होते हा ओर कन्स परशुराम से दीव्य धनुष्य की माग करता है. परशुराम क्रोधिक होकर लोट जाने को कहते है क्योकी ना तो कन्स उस धनुष्य का तीर्थ सभाल पाएगा ओर नातो वह उसका भार सभाल पाएगा. कन्स कहता है की अगर मे उसे नही उठा पाया तो आप मेरा सर अपने परशु से काट लेना फिर कन्स के सामने धनुष्य प्रगट होता है ओर परशुराम उसे लेजाने को कहते है.
दुसरी ओर राधा अपनी सखी के साथ यमुना मे नहा रही होती है, उघर कृष्ण आकर चुटकी की मा की आवाज़ निकालते है फिर ललिता की ओर बाकी सखीओ की माता ती आवाज़ निकालते है ओर सारी सखी घर चली जाती है सब चले जाने के बाद कृष्ण राधा के सामने आते है ओर राधा कहती है की अब तुम ये शरारत क्यो कर रहे हो कृष्ण कहते है की वो क्या है ना मुझे तुम्हें सताना था राधा बोलती है अच्छा!, केसे सताओगे मुझे? तो कृष्ण राधा पे पानी डालने लगते है फिर दोनो एक - दुसरे को पानी डालने लगते है.
फिर राधा कहती है चलो मुझे इस पानी से बाहर निकालो. जेसे ही कृष्ण राधा केलिए हाथ बढाते है तभी राधा कृष्ण को पानी मे खीच लेती है ओर दोनो काफी जल किडा करते है. फिर कृष्ण राधा को कहते है की ये घाट जीसमे कृष्ण राधा ने जल किडा की इसे युगो युगो तक जाना जाएगा. यदी कोई प्रेमी यहा पे जल किडा करेगे तो वह अनत काल तक एक हो जाएगे.
दुसरी ओर कुटिला जटिला को कहती है की मा हमे राधा कृष्ण प्रेम प्रसग की काफी सारे गुप्त बात पता है अगर हम उन्हें लोगो के फेला दे तो, वह राधा कृष्ण को अपने आप अलग कर देगे तभी कुटिला राधा को कृष्ण के पास जाकर देख लेति है ओर कुटिला राधा का पिछा करने लगती है राधा कृष्ण से मिलती है राधा कृष्ण केलिए माखन लाती है ओर बडे प्रेम से आखरी बार कृष्ण को खिलाती है. कुटिला यह सब देख रही होती है.
कृष्ण राधा को कहती है की नन्द बाबा, मैया यशोदा मा को पता नही है की मे उसका पुत्र हु ओर मे ये बात उसे नही बता सकता. रा धा कहती है की मतलब ये बात मे बताऊ! क्या बितेगी ऊन पर! इस बारेमे सोच भी नही सकती बताना तो दुर की बात है कुटिला इतनी बडी बात सुनकर आनद मे आजाती है ओर वह घर चली जाती है. कृष्ण राधा को कहते है की मा ओर बाबा को सत्य जीनना आवश्यक है वरना वह मुझे केसे शुभकामनाओ के साथ भेजेगी ओर मे झुठ बोलकर नही जासकता राधा. राधा कहती है की ये मुझसे नही होगा तुम यह काम दाऊ से या किसी ओर से करवालो जब तुम जाओगे तब मे तुम्हें तिलक करने केलिए भी सज्ज दु किन्तु इस बात को किसी ओर से करवालो मे नही कर पाउगी ओर वह चली जाती है.
दुसरी ओर कुटिला जटिला को राधा - कृष्ण की सारी बात बताती है की कृष्ण यशोदा का पुत्र नही है ओर राधा घर मे आती है ओर वह सुन लेती है राधा को पता चल जाता है की कुटिला को पता चल गया है. कुटिला जटिला को कहती है की सोचो मा नन्द ओर यशोदा को पता चलेगा की राधा को सब पता था की कृष्ण उसका बेटा नही है वह क्या सोचेगे. नन्द ओर यशोदा को वास्तविकता मे बताउगी एर वह दोनो उन्हें सत्य बताने जा रहे होते है तभी रास्ते मे राधा खडी होती है ओर बहोत रो रही होती है. ओर आज का episode खतम हो जाता है.
कल के episode मे दीखेगे की राधा स्वयम् यशोदा मा ओर नन्द बाबा को कृष्ण का सत्य बातती है जिसे सुनकर दोनो चोक जाते है यशोदा मा राधा की बात पर विश्वास नही होता वह कृष्ण को अपने सर पर हाथ रख कर पुछती है तभी कृष्ण रोकर बोलते है की राधा ने जो कहा वह सत्य है.
बस आज के episode मे बस इतना ही अगर आपको हमारी पोस्ट पसंद आ रही हो तो हमे follow कीजिये ताकी हमारी Next Post की update आपको मिलती रहे.
=====================================
See previous radha krishna serial episode
26 - Oct, episode click here
25 - Oct, episode click here
24 - Oct, episode click here
=====================================
0 Comments
Please do not enter any span links in comment box